शिमला: टीचर की क्रूरता, छात्राओं को थप्पड़, पुलिस सख्त
शिमला के सरकारी स्कूल में सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमे एक महिला टीचर ने छात्राओं को बेरहमी से थप्पड़ जड़े। गुस्साए परिजनों की शिकायत पर पुलिस हरकत में आई।
क्लास में शुरू हुई हिंसा

24 मार्च 2025 को टीचर ने सवाल पूछे। गलत जवाब पर सही जवाब देने वाली छात्रा को मॉनिटर बनाकर थप्पड़ मारने को कहा। लेकिन कहानी यहीं नहीं रुकी।

ऐसे मारते हैं थप्पड़
मॉनिटर ने हल्के से मारा तो टीचर गुस्से में आ गई। उसने खुद छात्रा को जोरदार तमाचे जड़े। दो अन्य को भी मारा, बोली, “देखो, ऐसे मारते हैं।”
घर पहुंची छात्रा, खुला राज
पीड़िता ने डरते हुए मां को सब बताया। परिजनों का गुस्सा फूटा। छोटा शिमला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। बच्ची सदमे में है।
मां की आपबीती
मां ने रोते हुए कहा, “टीचर ने मेरी बेटी को मारा क्योंकि वो मॉनिटर थी। बोली, ‘तुम्हें मारना भी नहीं आता।’ वो बच्चों को धमकाती रहती है।”
टीचर की गुंडागर्दी
शिकायत में खुलासा- टीचर कहती है, “मैं सरकारी हूं, मेरा कोई क्या कर लेगा।” स्कूल में उसका खौफ छाया हुआ है।
पुलिस ने कसा शिकंजा
24 मार्च को पुलिस ने केस दर्ज किया। भारतीय न्याय संहिता की धारा 115(2) और बाल न्याय अधिनियम की धारा 75 लगाई गई। जांच तेज।
एसपी का बयान
एसपी संजीव गांधी बोले, “यह गंभीर मामला है। पुलिस जांच कर रही है। दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।” कार्रवाई की उम्मीद बढ़ी।
स्कूल या डर का अड्डा?
इस घटना ने सबको झकझोरा। मासूमों पर हाथ उठाने वाली टीचर पर सवाल उठ रहे हैं। क्या स्कूल अब सुरक्षित नहीं रहे?