सरकारी राशन डिपो: हिमाचल में सरकारी राशन डिपुओं में दालों के वितरण में बड़ा बदलाव! इसमें आपके लिए क्या है खास देखें पूरी डिटेल
सरकारी राशन डिपो: प्रदेश भर के डिपुओं में होगा बदलाव! प्रदेश सरकार ने उचित मूल्यों की दुकानों पर उपभोक्ताओं को दी जाने वाली दाल की किस्म में बदलाव किया है।
अब तक मूंग दाल प्रदान की जा रही थी, लेकिन अब चना दाल मिलेगी। यह निर्णय मूंग दाल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर लिया गया है। इससे 19 लाख से अधिक राशन कार्ड धारकों को दिसंबर में प्रति परिवार दो किलो चना दाल मिलेगी।
सरकारी राशन डिपो: हिमाचल में सरकारी राशन डिपुओं में दालों के वितरण में बड़ा बदलाव! इसमें आपके लिए क्या है खास देखें पूरी डिटेल
उड़द और मलका दाल में कोई बदलाव नहीं
उड़द और मलका की दालों के वितरण में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। उपभोक्ताओं को इन दालों की आपूर्ति पहले की तरह ही जारी रहेगी।
दालों की कीमतें विभिन्न श्रेणियों के अनुसार
दुकानों पर एनएफएसए के तहत परिवारों को चना दाल 38 रुपये प्रति किलो मिलेगी।
एपीएल परिवारों को एक किलो चना दाल के लिए 48 रुपये चुकाने होंगे, जबकि टैक्स पेयर को यह 56 रुपये प्रति किलो मिलेगी।
उड़द और मलका की दाल एनएसएस के तहत 63 रुपये प्रति किलो, एपीएल परिवारों को 73 रुपये प्रति किलो और टैक्स पेयर को 97-98 रुपये प्रति किलो मिलेगी।
उपभोक्ता अपनी पसंद की दाल चुन सकते हैं
प्रदेश में उपभोक्ताओं को यह सुविधा दी गई है कि वे अपनी पसंद की दाल चुन सकते हैं। उड़द और मलका में से वे कोई भी एक दाल अपनी जरूरत के अनुसार खरीद सकते हैं। इससे उपभोक्ताओं को अपने बजट और जरूरत के हिसाब से सर्वोत्तम विकल्प चुनने में मदद मिलेगी।
राशन कार्ड धारकों की संख्या और जिलेवार वितरण
प्रदेश में राशन कार्ड धारकों की कुल संख्या 19,79,780 है, जिसमें 11,52,003 गरीबी रेखा से ऊपर के परिवार हैं, जबकि 2,82,369 परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे हैं।
पीएच कार्ड धारकों की संख्या 3,06,168 है और अंत्योदय अन्न योजना के तहत 1,66,774 कार्ड धारक हैं। साथ ही, प्रदेश में 72,445 परिवार टैक्स पेयर श्रेणी में आते हैं।
कांगड़ा जिला में सबसे अधिक 4,74,325 और लाहौल-स्पीति में सबसे कम 8,340 राशन कार्ड धारक हैं।
सरकार के निर्देश और दाल वितरण की योजना
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम ने कहा कि दिसंबर में उपभोक्ताओं को दो किलो चना दाल दी जाएगी।
इस निर्णय के अनुसार, अन्य दालों की किस्म में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सरकार की ओर से इस बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिनका अनुपालन सभी राशन दुकानों को करना होगा
इन दिशा-निर्देशों का अनुपालन सभी राशन दुकानों द्वारा किया जाना अनिवार्य है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उपभोक्ताओं को सही मात्रा और गुणवत्ता में दाल उपलब्ध कराई जाए, विभाग द्वारा नियमित रूप से निगरानी और जांच की जाएगी।
इस पहल का उद्देश्य उपभोक्ताओं को महंगाई से राहत प्रदान करना और सुनिश्चित करना है कि सभी आवश्यक खाद्य सामग्री उन्हें सुलभ और सस्ती दरों पर मिले। इस निर्णय से राज्य के लाखों परिवारों को लाभ होने की उम्मीद है।