हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड: स्कूल शिक्षा बोर्ड ऐसे रखेगा 5वीं 8वीं 9वीं और 12वीं के बच्चों का रखेगा ट्रैक रिकॉर्ड! पढ़ें क्या होगा इसमें खास और फायदा
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड: स्टार्स प्रोजेक्ट और उसका महत्व
स्टार्स परियोजना भारत के 6 राज्यों में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए विश्व बैंक द्वारा समर्थित प्रोजेक्ट है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड इस प्रोजेक्ट के तहत स्टूडैंट ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर विकसित कर रहा है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड: स्कूल शिक्षा बोर्ड ऐसे रखेगा 5वीं, 8वीं, 9वीं और 12वीं के बच्चों का रखेगा ट्रैक रिकॉर्ड! पढ़ें क्या होगा इसमें खास और फायदा
स्टूडैंट ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर की विशेषताएँ
इस सॉफ्टवेयर की मदद से विद्यार्थियों की पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकेगी, जैसे कि उन्होंने कितनी परीक्षाएं दी हैं, कोई विद्यार्थी स्कूल से ड्रॉपआउट हुआ है या नहीं और अगर हुआ है तो वह अब क्या कर रहा है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड: प्रश्न बैंक
स्टार्स प्रोजेक्ट के तहत तीसरी, 5वीं, 8वीं, 9वीं और 12वीं कक्षा के लिए प्रश्न बैंक भी तैयार किया जा रहा है।
स्वीकृति और नए पाठ्यक्रम
एनसीईआरटी द्वारा तैयार किए गए पहली और दूसरी कक्षा के नए पाठ्यक्रम को लागू करने से पहले प्रदेश सरकार की स्वीकृति अनिवार्य है।
परीक्षा सत्र और वार्षिक कलैंडर
स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 2024 के लिए 8वीं, 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए वार्षिक परीक्षा कलैंडर जारी किया है। इसमें एडमिशन, री-अपीयर, अतिरिक्त विषय और इंप्रूवमैंट के लिए आवेदन की तारीखों की जानकारी दी गई है।
आखिरकार, स्टार्स प्रोजेक्ट हिमाचल प्रदेश के विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है।