हिमाचल में आया ट्रिपल तलाक का मामला, पति ने मोबाइल पर ही दे डाला तलाक!
-पीड़िता ने एसपी के पास पहुंचकर लगाई न्याय की गुहार
-कुल्लू जिला में आया मामला सामने, महिला पुलिस थाना में केस दर्ज
-पीड़िता ने लगाए कई आरोप, भुंतर पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी उठाए सवाल
देवभूमि हिमाचल प्रदेश में ट्रिपल तलाक का मामला सामने आया है। लिहाजा पीड़ित महिला ने पुलिस प्रशासन प्रशासन ने न्याय की गुहार लगाई है। एक ओर जहां पीड़िता ने कई आरोप लगाए हैं, तो वहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं।
मामला कुल्लू जिला का है। यहां अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने वाली एक महिला के साथ ट्रिपल तलाक का मामला सामने आया है। महिला ने इस संदर्भ में एसपी कुल्लू के पास पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी दी है।
पीड़ित महिला ग्राम पंचायत दलाशनी में वार्ड सदस्य के रूप में भी काम कर रही है। वहीं पीड़िता की शिकायत पर महिला पुलिस थाना में केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि यदि इस मामले में भुंतर पुलिस ने पूर्व में सख्त कार्रवाई की होती, तो शायद आज उसे इतनी परेशानी से न गुजरना पड़ता। पीड़िता का कहना है कि उसके पति ने 6 अगस्त को मोबाइल के माध्यम से तीन तलाक कहकर तलाक नाम दे दिया।
पीड़िता के मुताबिक उस समय वह अपने मायके मनाली 15 मील गई थी और वापिस ससुराल आने वाली थी। इसी मुझे उसके पति ने जबरन मोबाइल से तीन तलाक दे दिया।
पीड़िता के अनुसार मायके पक्ष में ससुराल पक्ष के बड़े बुजुर्ग, मोलवियों व अन्रू बुद्धिजीवियों को समझौता करने के लिए भी एकत्रित किया, लेकिन उसके पति व ससुराल वाले कोई वहां नहीं आए। पीड़िता का विवाह 8 साल पहले दलाशनी गांव के रफीक के साथ हुआ था। उनके पास 3 व 6 साल की दो बेटियां भी है।
पीड़िता ट्रिपल तलाक के चलते गहरे सदमे में है और न्याय की गुहार लगा रही है। पीड़िता ने पहले भी भुंतर पुलिस में भी शिकायत दर्ज करवाई थी और पुलिस ने पति-पत्नी की काउंसलिंग भी की थी, लेकिन उसके बाद भी उसके पति को कोई फर्क नहीं पड़ा। अब वह एसपी कुल्लू से गुहार लगाने पहुंची है।
दूसरी तरफ इस मामले में पूछे जाने पर कुल्लू जिला के एसपी गुरदेव शर्मा ने बताया कि महिला के पति को गिरफतार कर लिया गया है। महिला की शिकायत पर महिला थाना में नियमों के मुताबिक मामला दर्ज किया गया है।