हिमाचल शिक्षक भर्ती: हिमाचल प्रदेश में शिक्षकों की अस्थाई भर्ती को लेकर सीएम सुक्खू ने कही ये बड़ी बात
हिमाचल शिक्षक भर्ती: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की अस्थाई भर्ती नहीं की जाएगी और सभी खाली पद लोक सेवा आयोग के माध्यम से भरे जाएंगे।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि बैकडोर से कोई भी भर्ती नहीं होगी। प्रदेश सरकार ने शिक्षकों के खाली पदों की जानकारी मांगने के लिए एक कमेटी गठित की है।
इसके अलावा, उद्योग मंत्री हर्षवर्द्धन चौहान ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में जनजातीय और दूरदराज क्षेत्रों के स्कूलों में शैक्षणिक योग्यता के आधार पर हजारों अस्थायी शिक्षकों की भर्ती की योजना थी।
यह नियुक्तियां दो या तीन साल के लिए होती और नियमित भर्तियों की तरह इनमें आरक्षण रोस्टर और भर्ती एवं पदोन्नति नियम लागू होते। इन भर्तियों में अभ्यर्थी के दसवीं, बारहवीं और स्नातक में प्राप्त अंकों के साथ टेट की मेरिट देखी जाती।
हालाँकि, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के हालिया बयान के अनुसार, अब प्रदेश में शिक्षकों की अस्थाई भर्ती नहीं होगी और सभी खाली पद लोक सेवा आयोग के माध्यम से ही भरे जाएंगे। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बैकडोर से कोई भी भर्ती नहीं होगी और प्रदेश सरकार पारदर्शिता के साथ काम कर रही है।
इस नई घोषणा के साथ, अब जनजातीय और दूरदराज क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए एक सशक्त और पारदर्शी प्रक्रिया को बढ़ावा देने की उम्मीद है। ऐसा करने से विद्यार्थियों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होने की संभावना है, और शिक्षा के क्षेत्र में नैतिक मूल्यों को बढ़ावा दिया जा सकता है।