Aadhar Safety: अगर इस बात का रखेंगे ख्याल तो खतरे में नहीं पड़ेगी आपकी निजी जानकारी! अब आपको ऑनलाइन फ्रॉड से बचाएगा मास्क्ड आधार! कैसे देखें पूरी ख़बर
Aadhar Safety: आज के डिजिटल युग में, आधार कार्ड हमारे लिए एक अनिवार्य और महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है। यह न सिर्फ हमारी पहचान को प्रमाणित करता है, बल्कि विभिन्न सरकारी और निजी कार्यों के लिए भी अत्यंत आवश्यक है।
हालांकि, इसके बढ़ते उपयोग के साथ-साथ इससे संबंधित धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। इसी कारण, UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने मास्क्ड आधार कार्ड की सुविधा प्रदान की है।
मास्क्ड आधार कार्ड व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। इसमें आधार संख्या के पहले 8 अंक छिपे होते हैं और केवल आखिरी 4 अंक दिखाई देते हैं, जबकि अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जैसे नाम, फोटोग्राफ, और क्यूआर कोड स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं।
इससे आपकी पहचान की सुरक्षा में मदद मिलती है, खासकर उन स्थानों पर जहां आधार कार्ड की पूरी जानकारी आवश्यक नहीं होती।
UIDAI के अनुसार, मास्क्ड आधार कार्ड का उपयोग उन सभी जगहों पर किया जा सकता है, जहां आधार कार्ड की डीटेल्स की आवश्यकता होती है, लेकिन इसमें पूरे आधार नंबर का प्रदर्शन आवश्यक नहीं होता।
यह सुविधा विशेष रूप से उन संस्थानों के लिए उपयोगी है जिन्हें आधार डेटा के संग्रहण का लाइसेंस नहीं होता।
मास्क्ड आधार कार्ड डाउनलोड करने की प्रक्रिया बहुत सरल है। UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर, आप अपने आधार नंबर या एनरोलमेंट आईडी के माध्यम से लॉग-इन कर सकते हैं, OTP प्राप्त कर सकते हैं, और ‘मास्क्ड आधार’ का विकल्प चुनकर इसे डाउनलोड कर सकते हैं।
डाउनलोड किए गए आधार कार्ड को खोलने के लिए एक पासवर्ड की आवश्यकता होती है, जो आपके नाम के पहले चार अक्षरों और जन्म वर्ष के संयोजन से बनता है।
इस प्रकार, मास्क्ड आधार कार्ड आपके व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका प्रदान करता है।
यह उन स्थितियों में विशेष रूप से उपयोगी है, जहां आपको अपनी पहचान साबित करने की जरूरत होती है, लेकिन पूरे आधार नंबर को साझा करने की आवश्यकता नहीं होती।
इससे आपकी निजी जानकारी के दुरुपयोग का खतरा कम हो जाता है, और आप डिजिटल दुनिया में अधिक सुरक्षित रहते हैं।
UIDAI की यह पहल नागरिकों को अधिक सशक्त बनाती है, जिससे वे अपनी जानकारी को संभालने में अधिक सावधानी बरत सकते हैं।
इसके अलावा, यह संस्थानों को भी निर्देशित करता है कि वे किस प्रकार से आधार डेटा का संचालन करें, जिससे डेटा चोरी और अन्य साइबर जोखिमों को कम किया जा सके।
अंततः, मास्क्ड आधार कार्ड नागरिकों की गोपनीयता की रक्षा करते हुए डिजिटल साक्षरता और सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।