HImachal Crime News: हिमाचल में विदेश भेजने के नाम ठगी का खेल! अब कनाडा भेजने के नाम पर ठग लिए लाखों! देखें क्या है पूरा मामला
HImachal Crime News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में एक युवक को ठगों ने कनाडा भेजने के बहाने नौ लाख रुपये ठग लिए। यह युवक कुठेड़ा पंचायत के साड़ग गांव का निवासी था।
HImachal Crime News: हिमाचल में विदेश भेजने के नाम ठगी का खेल! अब कनाडा भेजने के नाम पर ठग लिए लाखों! देखें क्या है पूरा मामला
ऐसे दिया फर्जीवाड़े को अंजाम: अनिल कुमार को तीन लोगों ने पहले 5.50 लाख रुपये नकद और फिर चंडीगढ़ व दिल्ली आने-जाने में और पैसे खर्च करवाए। वह इन लोगों से 15 जनवरी, 2022 को मिले थे और उसके बाद से धोखाधड़ी शुरू हुई।
देखें कैसे हुआ पैसे का लेन देन: आरोपितों ने अनिल से आरटीजीएस और मोबाइल बैंकिंग से दो लाख रुपये लिए और नवंबर 2022 में वीजा सत्यापन और बायोमीट्रिक के नाम पर तीन लाख और ठग लिए।
नकली वीजा और पासपोर्ट: ठगों ने पासपोर्ट के साथ वीजा लगवाने का एक छोटा वीडियो बनाकर अनिल को भेजा, ताकि उन्हें शक न हो। बाद में मार्च 2023 में 50 हजार रुपये और मांगे गए।
ऐसे एयरपोर्ट पर धरे गए: 1 अप्रैल, 2023 को अनिल दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे तो वहां उन्हें नकली दस्तावेज़ों के कारण बाहर कर दिया गया और पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
हिमाचल में ठगों का जाल: हिमाचल प्रदेश में एक नए प्रकार के अपराध का उदय हुआ है जहां ठगों ने विदेश भेजने का झांसा देकर एक युवक से लाखों रुपये ठग लिए हैं। इन शातिर ठगों ने युवक को कनाडा भेजने के सपने दिखाए और उसकी जीवन भर की कमाई ले उड़े।
बिलासपुर जिले की पंचायत कुठेड़ा के साड़ग गांव के अनिल कुमार नामक युवक के साथ हुई इस घटना ने सबको चौकन्ना कर दिया है। अनिल से ठगों ने पहले 5.50 लाख रुपये नकद लिए, फिर चंडीगढ़ और दिल्ली के चक्कर लगवाकर और पैसे खर्च करवाए।
दस्तावेज देने के नाम पर उसने अन्य रकम आरटीजीएस और मोबाइल बैंकिंग के जरिए फरवरी और मार्च 2022 में दी। वीजा सत्यापन और बायोमीट्रिक के बहाने उससे और तीन लाख रुपये ठगे गए।
इसके बाद उसे वीजा लगा होने का झूठा वीडियो भेजकर धोखा दिया गया और फ्लाइट के टिकट के नाम पर 50 हजार रुपये और लिए गए।
अंततः नकली पासपोर्ट और वीजा के साथ अनिल को दिल्ली भेजा गया, जहां एयरपोर्ट पर उसके दस्तावेज जाली पाए गए और उसे पुलिस ने पकड़ लिया।
बाद में जमानत पर रिहा होकर वापस आने पर उसने आरोपितों से पैसे मांगे, जिन्होंने न्यूजीलैंड भेजने का झांसा दिया।
डीएसपी चंद्रपाल सिंह के अनुसार, पुलिस ने अनिल की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए एक मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान, पुलिस ने ठगी में शामिल संदिग्ध एजेंटों की पहचान की और उनके खिलाफ सबूत इकट्ठा करने में जुट गई।
इस घटना से आहत अनिल ने मीडिया के सामने अपनी कहानी बयां की और अन्य युवाओं को सावधान किया कि वे ऐसे जालसाजों के झांसे में न आएं।
डीएसपी ने भी जनता से अपील की कि विदेश यात्रा या नौकरी के वादे पर बिना पूरी जांच किए किसी को भी पैसे न दें।
इस केस को देखते हुए पुलिस ने अन्य पीड़ितों से भी सामने आने और अपनी शिकायतें दर्ज करवाने का आग्रह किया, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और दोषियों को सजा दिलाई जा सके।