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Himachal Pradesh : मैक्लोडगंज में तिब्बती बौद्ध नेता की संदिग्ध मृ+त्यु पर विरोध प्रदर्शन…

Himachal Pradesh : मैक्लोडगंज में तिब्बती बौद्ध नेता की संदिग्ध मृ+त्यु पर विरोध प्रदर्शन…

Himachal Pradesh : मैक्लोडगंज में तिब्बती बौद्ध नेता की संदिग्ध मृ+त्यु पर विरोध प्रदर्शन…

Himachal Pradesh : मैक्लोडगंज में तिब्बती बौद्ध नेता की संदिग्ध मृ+त्यु पर विरोध प्रदर्शन…

धर्मशाला: वियतनाम में तिब्बती बौद्ध भिक्षु तुल्कु हुंगकर दोरजे की संदिग्ध मृत्यु ने तिब्बती समुदाय को झकझोर दिया है। मैक्लोडगंज में शुक्रवार को हजारों लोग सड़कों पर उतरे, सच की मांग करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।

56 वर्षीय तुल्कु हुंगकर दोरजे तिब्बती संस्कृति के संरक्षक थे। वियतनाम में निर्वासन के दौरान 25 मार्च को वियतनामी पुलिस और चीनी एजेंटों ने उन्हें हिरासत में लिया। कुछ ही दिनों बाद उनकी मृत्यु की खबर आई।

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मैक्लोडगंज में पांच प्रमुख तिब्बती संगठनों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने वियतनाम सरकार से अंतिम संस्कार रोकने और स्वतंत्र जांच की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह मामला मानवाधिकारों के लिए गंभीर चुनौती है।

तुल्कु हुंगकर दोरजे चीनी अत्याचारों से बचकर वियतनाम में शरण लिए थे। उनकी मृत्यु ने तिब्बती समुदाय में आक्रोश पैदा किया है। संगठनों ने वैश्विक समुदाय से समर्थन मांगा।

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प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन माहौल तनावपूर्ण था। तिब्बती समर्थकों ने बैनर और नारे लगाकर अपनी आवाज बुलंद की। वे चाहते हैं कि सच सामने आए।

यह घटना तिब्बती समुदाय के लिए बड़ा झटका है। तुल्कु हुंगकर दोरजे की मृत्यु ने कई सवाल खड़े किए हैं। वैश्विक मानवाधिकार संगठन भी इस पर नजर रखे हुए हैं।

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मैक्लोडगंज के प्रदर्शन ने दुनिया का ध्यान खींचा है। तिब्बती समुदाय अब अंतरराष्ट्रीय समर्थन की उम्मीद कर रहा है। उनकी मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो।

वियतनाम सरकार ने अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया। तिब्बती संगठन दबाव बनाए हुए हैं। यह मामला जल्द सुलझने की उम्मीद कम है।

 

Written by Newsghat Desk

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