HP Education Update: प्रदेश के सभी स्कूलों को मोबाइल ऐप पर अपलोड करनी होगी ये योजनाएं! शिक्षा निदेशालय ने जारी किया ये आदेश! देखें पूरी डिटेल
HP Education Update: प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है। जिसके अनुसार सभी स्कूलों को अपनी आपदा प्रबंधन योजनाओं को मोबाइल ऐप पर अपलोड करने की जरूरत है। यह कदम स्कूली छात्रों और स्टाफ की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
HP Education Update: प्रदेश के सभी स्कूलों को मोबाइल ऐप पर अपलोड करनी होगी ये योजनाएं! शिक्षा निदेशालय ने जारी किया ये आदेश! देखें पूरी डिटेल
HP Education Update: इस निर्देश के अनुसार, स्कूलों को विद्यालय सुरक्षा मोबाइल ऐप पर अपनी आपदा प्रबंधन योजनाओं को जल्द से जल्द अपलोड करना होगा।
इस ऐप को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा 13 अक्टूबर को लॉन्च किया गया था, जिसे एनआईसी शिमला के सहयोग से विकसित किया गया है।
इसके अलावा, शिक्षा विभाग द्वारा एक ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए सभी स्तर के नोडल अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है।
इस सत्र का उद्देश्य ऐप के प्रभावी उपयोग और इसके माध्यम से आपदा प्रबंधन योजनाओं को कैसे संचालित किया जाए, इस पर मार्गदर्शन प्रदान करना है।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्कूलों को आपदा की स्थिति में अधिक सक्षम और तैयार बनाना है। इसके अलावा, यह सिस्टम छात्रों, शिक्षकों, और स्कूल स्टाफ को आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और सही कार्यवाही के लिए तैयार करने में मदद करेगा।
स्कूल सुरक्षा मोबाइल ऐप के माध्यम से, स्कूल प्रबंधन और अधिकारी आपदा प्रबंधन योजनाओं को आसानी से अपडेट और साझा कर सकेंगे।
इससे संबंधित सूचनाएं और दिशा-निर्देश समय पर और अधिक कुशलता से प्रसारित किए जा सकेंगे।
यह ऐप न केवल आपातकालीन प्रतिक्रिया को बेहतर बनाएगा बल्कि स्कूलों को आपदा जोखिम मूल्यांकन और उसके निवारण के लिए भी तैयार करेगा।
इसके अतिरिक्त, इस ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र से शिक्षकों और स्कूल कर्मचारियों को आपदा प्रबंधन तकनीकों और प्रक्रियाओं को समझने में मदद मिलेगी। यह उन्हें आपातकालीन स्थितियों में सजग और प्रभावी रूप से कार्य करने के लिए सशक्त करेगा।
कुल मिलाकर, इस नई पहल का उद्देश्य स्कूलों को अधिक सुरक्षित और आपदा-प्रतिरोधी बनाना है, जिससे छात्रों और स्कूल स्टाफ की सुरक्षा को बढ़ावा मिले।
यह प्रयास न केवल आपदा प्रबंधन की समझ बढ़ाएगा, बल्कि आपदा की स्थिति में समुदाय के सदस्यों के बीच सहयोग और समन्वय को भी मजबूत करेगा।