Paonta Sahib: शापित जीवन जीने को मजबूर वाल्मिकी बस्ती के लोग! 4 करोड़ की स्वीकृति के बावजूद नहीं बदले हालात…
Paonta Sahib: नगर परिषद पांवटा साहब के वार्ड नंबर 5 शहर के बीचों बीच बह रहे गंदे नाले की वजह से यहां वाल्मिकी बस्ती के लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
Paonta Sahib: शापित जीवन जीने को मजबूर वाल्मिकी बस्ती के लोग! 4 करोड़ की स्वीकृति के बावजूद नहीं बदले हालात…
बता दे कि वार्ड नंबर 5 जो की बाजार एवं अस्पताल के बहुत ही नज़दीक स्थित होने के बावजूद शहर भर का गंदा कूड़ा और नालियों का पानी वार्ड नंबर 5 के बीचो-बीच स्थित गंदे नाले के अंदर लगातार बह रहा है इस गंदे नाले के ढके ना होने के कारण इसे अनेकों यहां बच्चे बुजुर्ग महिलाएं अनेकों बीमारियों का शिकार हैं।
गंदे नाले की समस्या
इस गंदे नाले की वजह से स्कूल आने वाले बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है मच्छर मक्खियों की वजह से अनेकों बीमारियां पनप रही है बुजुर्गों एवं बच्चों के लिए यह स्थान बिलकुल सुरक्षित नहीं है।
सड़क का नहीं नामोनिशान
समिति एरिया होने के बावजूद भी कई वर्षों से इस वार्ड में आज तक सड़क का नामोनिशान नहीं नजर आया है लोगों के घर से गंदा पानी सड़कों पर बहता नजर आता है गाड़ियां तो गाड़ियां यहां पैदल चलने वाले आम जनमानस को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
कचरे वाली गाड़ी के लिए नहीं है रास्ता
नगर परिषद द्वारा घर-घर जाकर कूड़ा एकत्र करने वाली गाड़ी वार्ड नंबर 5 के आधे ही रास्ते से वापस चली जाती है जिसका कारण है रोड का ना होना ऐसे में लोग घर से कूड़ा निकाल कर नाले में डाल देते हैं जिसकी वजह से और भी गंदगी फैलती है।
अब सवाल यह उठता है कि आपातकालीन स्थिति में यदि कोई ऐसी स्थिति बन जाए की एंबुलेंस या फायर ब्रिगेड जैसी गाड़ियों को वार्ड नंबर 5 में प्रवेश करना हो तो वह कैसे करे?
यहां पिछले 70 सालों से कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है ना तो यहां पर पैदल चलने के लिए रास्ता है और ना ही घर का नालियों का गंदा पानी की निकासी के लिए उचित प्रबंध है उनके घरों का गंदा पानी घर के बाहर सड़कों पर बहता नजर आता है।
रास्ते कच्चे होने की वजह से पैदल चलने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है ऐसे में जब बच्चे सुबह स्कूल के लिए निकलते हैं तो उनके गिरने फिसलने का खतरा बना रहता है।
किसी के घर में आपातकालीन स्थिति होने के समय ऐसा नहीं है कि कोई एंबुलेंस या अन्य वाहन आदि को ठीक से निकलने का रास्ता भी है ऐसे में लोगों का कहना है कि नगर परिषद एरिया होने के बावजूद भी आखिर कब उनके विकास कार्य शुरू होंगे।
दिन भर की ताजा खबरों के अपडेट के लिए WhatsApp NewsGhat Media के इस लिंक को क्लिक कर चैनल को फ़ॉलो करें।
क्योंकि यह वार्ड शहर के बीचो-बीच बाजार अस्पताल एवं गुरुद्वारा साहिब के बिल्कुल नजदीकी स्थित है बावजूद इसके यह शहर का सबसे गंदा एरिया माना गया है क्योंकि यहां पर ना तो सही रास्ता है और ना ही यह गंदा नाला ढकने का कोई भी प्रबंध आज दिन तक किया गया है।
क्या कहते हैं एसडीएम और कार्यकारी अधिकारी जीएस चीमा
वहीं, पांवटा साहिब के एसडीएम गुंजित सिंह चीमा ने जानकारी देते हुए बताया कि वार्ड नंबर 5 और 7 के बीचों बीच बह रहे गंदे नाले को ढकने के लिए 4 करोड़ का बजट स्वीकृत हो चुका है।
लेकिन किसी लैंड डिस्प्यूट के चलते मामला हाई कोर्ट में है आचार संहिता के बाद जल्द ही इस झगड़े को सुलझाने की कोशिश की जाएगी ताकि जल्द से जल्द नाले का काम शुरू किया जा सके।
क्या कहती हैं नगर पालिका चेयरपर्सन निर्मल कौर
उदय नगर पालिका अध्यक्षा निर्मल कौर ने बताया कि वार्ड नंबर 5 और 7 के बीचों-बीच बहराइच गंदे नाले के लिए बजट आ चुका है और आचार संहिता के बाद एसडीएम पांवटा इस मामले में संज्ञान लेंगे।
मीडिया से बातचीत करते हुए स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द उनकी समस्या का समाधान किया जाए ताकि उनके बच्चे और बुजुर्ग एक अच्छे वातावरण में रह सके।