बेहतरीन शेयर का चुनाव कर जोखिम को करें कम, होगा फायदा ही फायदा
ये टिप्स अपनाएंगे तो नुकसान का खतरा रहेगा कम, कमाएंगे मुनाफा
शेयर बाजार में पैसों को सही निवेश करने की पहली सीढी यह होती है कि लंबे समय में एक अच्छा रिटर्न देने वाले शेयर्स का चुनाव करना।
इस प्रकार के शेयर्स यहां-वहां की खबरों, या सिर्फ सुनी सुनाई बातों या किसी के बताए गए टिप्स के आधार पर चयन नहीं कर सकते। इसके लिए आपको कुछ खास फिल्टर्स और कसौटीयो पर निगाह बनाए रखने और भी कई अन्य चीजें देखनी होती है।
तो आइए उन खास फिल्टर्स और कसौटीयो के बारे में जानते हैं :
1. अच्छी क्वालिटी के शेयर जो अभी कम कीमत में उपलब्ध है
निवेश की सुरक्षा एक अच्छे शेयर की पहली शर्त होती है। मतलब कोई ऐसी कंपनी जिसकी हाल ही के वर्षों की परफॉर्मेंस तगड़ी हो और वित्तीय स्थिति भी काफी अच्छी हो।
यदि आप निवेश की सुरक्षा चाहते हैं तो इसके लिए सलाह दी जाती है कि कम से कम 500 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनी के बारे में विचार करना चाहिए।
इसके अतिरिक्त, उस कंपनी के शेयर का PEG यानी Price-earnings to Growth रेशियो एक से कम होना अच्छा माना जाता है। जिससे कंपनी की वैल्यूएशन का सही पता लगता है।
2. अच्छे डिविडेंड वाले शेयर
एक अच्छे शेयर को चुनने के लिए अच्छे डिविडेंड की कसौटी पर भी विचार करना चाहिए। डिविडेंड मतलब लाभांश ये वो हिस्सा होता है जिसे कंपनी अपने शेयरधारकों में वितरित करती है। लगातार डिविडेंड से न सिर्फ निवेशकों द्वारा किए गए धन पर रिटर्न मिलता है बल्कि यह एक अच्छी वित्तीय स्थिति को भी दर्शाता है।
इसलिए आप चाहे तो कंपनी के पिछले 5 सालों का डिविडेंड भी देख सकते हैं। यदि कंपनी लाभांश पे-आउट रेयशों 40% से कम हो तो बेहतर होता है।
3. ऐसे शेयर जो बुक वैल्यू की तुलना में अच्छे डिस्काउंट पर उपलब्ध हों
यदि शेयर ऊपर की दोनों कसौटियों पर खरा उतरता है तो तीसरी कसौटी यह है कि कंपनी की ‘डिस्काउंट-टू-बुक वैल्यू’ को देखना चाहिए। कंपनी हर तरफ से मजबूत दिखाई दे रही है लेकिन फिर भी उसके शेयर बुक वैल्यू की तुलना में कम कीमत में हो तो भविष्य में ऐसी कंपनी जरूर बहुत अच्छा रिटर्न दे सकती है।
कंपनी का डेट-इक्विटी रेशियो 1.5 से कम और पिछले कुछ वर्षों का रिटर्न ऑन नेट वर्थ 10% से अधिक हो तो बेहतर हैं।
4. ग्रोथ की संभावना और कीमत कम
यह भी काफी अच्छी कसौटी है कि किसी शहर में ग्रोथ की संभावना अधिक हो और कीमत अभी उसकी कम हो। उसके लिए कंपनी का शेयर का P/E यानी प्राइस-टू-अर्निंग्स रेशियो यदि 15 से कम हो तो हम उसे अच्छा मान सकते हैं।
बीते 5 वर्षों में कंपनी की ग्रोथ कम से कम 20% होनी चाहिए। YoY आधार पर भी पिछली तिमाही की अरनिंग ग्रोथ और पिछले 1 साल की ट्रेलिंग अर्निंग्स ग्रोथ भी लगभग 20% की होनी चाहिए।
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