वाह अब हिमाचल में 6 महीने तक सेब रहेगा तरोताजा: HPMC ने लिया अहम फैसला! HPMC के महाप्रबंधक हितेश आजाद ने दी जानकारी
वाह अब हिमाचल में 6 महीने तक सेब रहेगा तरोताजा: हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन एवं प्रसंस्करण निगम (HPMC) ने अब सेब को लकड़ी और प्लास्टिक के डिब्बे में कोल्ड स्टोर करने का फैसला किया है।
यह कदम सेब की गुणवत्ता को बढ़ाने और उसकी ताजगी को बरकरार रखने के लिए उठाया गया है।
वाह अब हिमाचल में 6 महीने तक सेब रहेगा तरोताजा: HPMC ने लिया अहम फैसला! HPMC के महाप्रबंधक हितेश आजाद ने दी जानकारी
यह पहली बार हो रहा है जब HPMC लकड़ी और प्लास्टिक के डिब्बे का उपयोग कर रहा है, इससे पहले सेब को कार्टन में रखा जाता था।
HPMC के अनुसार, यह नया तरीका सेब को छह महीने तक ताजा रखने में सहायक होगा। यह कदम बागवानों को बेहतर दाम दिलाने के लिए उठाया गया है, जो कि सेब की गुणवत्ता और ताजगी को बरकरार रखने में सहायता करेगा।
जबकि कार्टन में सेब की गुणवत्ता पर अक्सर प्रभाव पड़ता था, लकड़ी और प्लास्टिक के डिब्बे में रखने से यह समस्या नहीं होगी।
HPMC के महाप्रबंधक हितेश आजाद ने बताया कि यह नया सिस्टम सीए स्टोर की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करने में मदद करेगा।
HPMC के पास कुमारसैन के ओडी और रोहड़ू क्षेत्रों में सीए स्टोर हैं, जिनमें 700-700 मीट्रिक टन सेब की संग्रहण क्षमता है। उसी प्रकार, कोटखाई के गुम्मा और जरोल टिक्कर में 640-640 मीट्रिक टन सेब की संग्रहण क्षमता के सीए स्टोर मौजूद हैं।
ओडी और रोहड़ू में प्रत्येक में 4 चैंबर हैं, जिनकी क्षमता 175 मीट्रिक टन की है। वहीं, गुम्मा और जरोल टिक्कर में 8 चैंबर हैं, जिनकी प्रत्येक क्षमता 80 टन की है। इन सभी स्थलों पर सेब को छह महीने तक भंडारित किया जाता है।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि यह कदम बागवानों की आय में वृद्धि के लिए सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। सरकार ने इस वर्ष HPMC को सेब को लकड़ी और प्लास्टिक के डिब्बे में संग्रहित करने के निर्देश दिए हैं। नेगी का कहना है कि इससे सेब की गुणवत्ता और ताजगी बरकरार रहेगी और बागवानों को बेहतर मूल्य मिलेगा।