शहादत को सलाम: लांस नायक मनीष ठाकुर को नम आंखों से अंतिम विदाई
नाहन (हिमाचल प्रदेश): वीरभूमि हिमाचल के सपूत लांस नायक मनीष ठाकुर ने मात्र 27 वर्ष की आयु में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। सिक्किम में ड्यूटी के दौरान हुए हादसे में वे वीरगति को प्राप्त हुए। उनके बलिदान से जहां पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है, वहीं हर नागरिक का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है।
जब उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव बड़ाबन पहुंचा, तो जनसैलाब उमड़ पड़ा। गांव की हर गली, हर घर में शोक की चुप्पी और देशभक्ति का जज़्बा साफ झलक रहा था। सैकड़ों की संख्या में लोग अंतिम दर्शन को पहुंचे और नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
इस भावुक अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल स्वयं उपस्थित हुए। उन्होंने शहीद मनीष को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार को ढांढस बंधाया। डॉ. बिंदल ने कहा, “हिमाचल की माटी ने फिर एक अमर वीर को जन्म दिया। मनीष ठाकुर की वीरता और समर्पण हम सबके लिए प्रेरणा है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह शोक की घड़ी पूरे प्रदेश के लिए है, लेकिन मनीष की शहादत ने हमें देशसेवा की भावना को और दृढ़ कर दिया है। साथ ही, उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को शांति और परिजनों को शक्ति प्रदान करें।
अंतिम संस्कार के अवसर पर अनेक वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहे। शिमला से सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी, पूर्व विधायक बलदेव तोमर, भाजपा जिला अध्यक्ष धीरज, प्रदेश सचिव मुनिश और पूर्व जिला अध्यक्ष विनय गुप्ता ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि मनीष जैसे जवानों के कारण ही देश सुरक्षित है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
मनीष ठाकुर की शहादत ने हिमाचल को एक बार फिर यह याद दिलाया कि यह भूमि केवल देवभूमि नहीं, बल्कि वीरभूमि भी है। उनके पीछे शोकाकुल माता-पिता और परिवार है, जिनके साहस को भी पूरे समाज ने सलाम किया।
देश आज उनके बलिदान को नमन करता है। मनीष भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका नाम हमेशा गर्व और श्रद्धा से लिया जाएगा।
जय हिंद।