सिरमौर के गांवों में किसानों से सीधा संवाद, खरीफ सीजन पर दी जा रही अहम जानकारी
सिरमौर: ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत जिला सिरमौर के कई गांवों में कृषि संवाद कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य किसानों को खरीफ सीजन की खेती और सरकारी योजनाओं की जानकारी देना है।
यह अभियान केंद्रीय कृषि मंत्रालय और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा चलाया जा रहा है। इसके तहत कृषि विज्ञान केंद्र सिरमौर, कृषि विभाग और आत्मा के सहयोग से गांव-गांव जाकर किसानों से संवाद किया गया।
पूरूवाला, चंदपुर, सालवाला, चांदनी, कोटला मोलर, पाब, जमता सहित कई गांवों में कार्यक्रम हुए। एक हजार से अधिक किसानों ने इनमें भाग लिया।
केंद्र प्रभारी डॉ. पंकज मित्तल ने बताया कि वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने किसानों को खरीफ सीजन की फसलों, प्राकृतिक खेती और बागवानी पर विस्तृत जानकारी दी। साथ ही, किसानों को विभागीय योजनाओं, प्रशिक्षण और क्लस्टर विकास के बारे में भी बताया गया।
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए और किसानों की शंकाओं का समाधान भी किया। पशुधन प्रबंधन, अनुदान योजनाएं और नई तकनीकों पर भी चर्चा हुई।
किसानों ने खुले मंच पर अपनी समस्याएं साझा कीं, जिन पर संबंधित अधिकारियों ने समाधान का आश्वासन दिया।
यह अभियान ‘विकसित भारत-2047’ के विज़न का हिस्सा है। इसका मकसद कृषि को टिकाऊ, आधुनिक और लाभकारी बनाना है। साथ ही, किसानों को जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए सक्षम बनाना भी है।
कार्यक्रमों के जरिए किसानों को उन्नत खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे उनकी आय बढ़ सके और देश आत्मनिर्भर बन सके।