E Bike Heybike Ranger S: भारतीय बाजार में खूब छा रही फैट टायरों के साथ लॉन्च हुई ये नई ई-बाइक, जानें क्या है कीमत और शानदार फीचर्स
E Bike Heybike Ranger S: ई-बाइक्स की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए, हाल ही में भारतीय बाजार में Heybike Ranger S लॉन्च हुआ है। इस छोटी दिखने वाली ई-बाइक के कुछ खास फीचर्स के बारे में जानें।
E Bike Heybike Ranger S: भारतीय बाजार में खूब छा रही फैट टायरों के साथ लॉन्च हुई ये नई ई-बाइक, जानें क्या है कीमत और शानदार फीचर्स
फैट टायर और पैडल असिस्ट से लैस Heybike Ranger S का सबसे बड़ा आकर्षण इसके चौड़े टायर हैं। इसके 4 इंच के मोटे टायर सस्पेंशन का काम करते हैं और लंबे समय तक चलाने पर भी थकान नहीं होती। इसमें पैडल असिस्ट तकनीक भी है, जिससे इसे 30% पैडल और 70% बैटरी मोड में चलाया जा सकता है।
E Bike Heybike Ranger S: शक्तिशाली इलेक्ट्रिक मोटर और 88 किलोमीटर की रेंज
इस ई-बाइक में 750W का शक्तिशाली इलेक्ट्रिक मोटर है, जो 48V की रिमूवेबल लिथियम आयन बैटरी से जुड़ा है। इसकी टॉप स्पीड 45 किलोमीटर प्रति घंटा है, और एक बार पूरी तरह चार्ज होने पर यह 88 किलोमीटर तक चलती है।
E Bike Heybike Ranger S: वनपीस मैग्नीशियम अलॉय फ्रेम और फोल्डिंग डिज़ाइन
Heybike Ranger S में वनपीस मैग्नीशियम अलॉय फ्रेम दिया गया है, जो इसे हल्का और मजबूत बनाता है। इसे बीच से फोल्ड किया जा सकता है, जो स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन को आसान बनाता है।
E Bike Heybike Ranger S: टेलीस्कोपिक फोर्क सस्पेंशन और डिस्क ब्रेक
इस ई-बाइक के फ्रंट में टेलीस्कोपिक फोर्क सस्पेंशन है, जो आरामदायक राइडिंग अनुभव प्रदान करता है। दोनों पहियों पर डिस्क ब्रेक दिए गए हैं, जो सुरक्षा और बेहतर नियंत्रण के लिए ब्रेकिंग प्रदान करते हैं।
E Bike Heybike Ranger S: LED लाइटिंग, फुल फेंडर्स, रियर रैक
Heybike Ranger S में LED लाइटिंग, फुल फेंडर्स, और रियर रैक जैसे उपयोगी फीचर्स दिए गए हैं। इसके अलावा, इसमें एक डिजिटल डिस्प्ले भी है, जो स्पीड, बैटरी स्तर, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।
E Bike Heybike Ranger S: कीमत और उपलब्धता
भारत में Heybike Ranger S की कीमत 40,824 रुपये है, और इसका कुल वजन 42 किलोग्राम है। इसे भारतीय बाजार में ऑनलाइन और सेलेक्टेड स्टोर्स में उपलब्ध करवाया गया है।
कंपनी के अनुसार यह क्लास थ्री ई-बाइक है, जिसे चलाने के लिए किसी भी तरह के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे उपयोगकर्ताओं को सुविधा होगी और वे आसानी से इसे अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल कर सकेंगे।