Paonta Sahib: रोटेरियन राकेश रेहल डेढ़ साल में मासूम अभिक के लिए बने फरिश्ता! फोर्टीज में कारवाई फ्री ओपन हार्ट सर्जरी! कैसे हुआ संभव देखें एक क्लिक पर
Paonta Sahib: मानवता और निष्काम सेवा का मामला पांवटा साहिब में सामने आया है। यहां पत्रकार संजय कंवर और रोटरी क्लब पांवटा साहिब के पूर्व अध्यक्ष राकेश रहल डेढ़ साल के बच्चे अभिक के लिए फरिश्ता बन कर सामने आए।
Paonta Sahib: रोटेरियन राकेश रेहल डेढ़ साल में मासूम अभिक के लिए बने फरिश्ता! फोर्टीज में कारवाई फ्री ओपन हार्ट सर्जरी! कैसे हुआ संभव देखें एक क्लिक पर
दरअसल बच्चे के दिल में छेद था। परिवार निर्धन होने के कारण उपचार करवाने में असमर्थ था। रोटरी क्लब चंडीगढ़ के माध्यम से बच्चे का ऑप्रेशन फोर्टिस अस्पताल चंडीगढ़ में हुआ।
ऑप्रेशन पर आना था 6 से 7 लाख रुपए का खर्च
डेढ़ साल के अभिक पुत्र जगपाल सिंह निवासी कांटी मशवा के परिजनों ने उसका उपचार पहले मैडिकल कॉलेज नाहन, आईजीएमसी शिमला व पीजीआई चंडीगढ़ के अस्पतालों में करवाया लेकिन बच्चे के दिल का ऑप्रेशन होना था। चिकित्सकों ने ऑप्रेशन का खर्च 6 से 7 लाख रुपए बताया था।
बच्चे का पिता जगपाल सिंह दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करता है। बच्चे की दास्तां पत्रकार संजय कंवर ने इस प्रमुखता से उठाया।
रोटेरियन राकेश रेहल से ली जिम्मेदारी..
इसके बाद रोटरी क्लब पांवटा साहिब के पूर्व में रहे अध्यक्ष राकेश रहल बच्चे के परिजनों से मिले और बच्चे का उपचार करवाने का आश्वासन दिया। राकेश रहल ने रोटरी हार्ट लाइन सर्जरी चंडीगढ़ के चेयरमैन एपी सिंह से बात कर बच्चे की बीमारी के बारे में बताया।
रोटरी हार्ट लाइन सर्जरी चंडीगढ़ के चेयरमैन एपी सिंह ने बच्चे के ऑप्रेशन के लिए हामी भरी तथा 5 अप्रैल को बच्चे को चंडीगढ़ बुलाया। एपी सिंह ने तुरंत बच्चे के उपचार शुरू करने के लिए फोर्टिस अस्पताल मोहाली के प्रबंधन को पत्र लिखा।
ऐसे खुला उपचार का रास्ता…
फोर्टिस अस्पताल मोहाली के चिकित्सक डॉक्टर रजत गुप्ता ने बच्चे के स्वास्थ्य जांच कर सभी टेस्ट लिए। बच्चे का वजन कम होने के कारण अप्रैल में हार्ट सर्जरी नहीं की व 5 महीने की दवाईयां दी।
उसके बाद परिजन फिर से अभिक के परिजन बच्चे को 19 सितंबर को जांच के लिए फोर्टिस अस्पताल मोहाली ले गए जिसके बाद चिकित्सकों ने 26 सितंबर को बच्चे को भर्ती करने के लिए कहा।
परिजन 26 सितंबर को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया। 27 सितंबर को फोर्टिस अस्पताल मोहाली के वरिष्ठ डॉक्टर टीएस महंत की टीम ने पांच घंटे में अभिक का सफल ओपन हार्ट सर्जरी की।
अभिभावकों के जताया आभार..
ऑपरेशन होने के बाद बच्चा एक अस्पताल तक अस्पताल में भर्ती रहा। 4 अक्टूबर को बच्चे को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। ऑप्रेशन का सारा खर्चा रोटरी क्लब ने उठाया।
अभिक के पिता जगपाल सिंह व माता उमा देवी ने रोटरी क्लब सहित सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार प्रकट किया है।
रोटरी क्लब ने 760 से अधिक बच्चों की हार्ट सर्जरी कर दिया नया जीवन
रोटरी हार्टलाईन सर्जरी प्रोजेक्ट चंडीगढ़ के चैयरमेन एपी सिंह ने बताया कि रोटरी क्लब ने यह मुहिम 1999 में शुरू की थी।
जिसके बाद यह अभियान हमारा आगे चलता गया तथा आज तक 760 से अधिक बच्चों की हार्ट सर्जरी कर करोड़ों रुपए खर्च कर चुके है।
उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों में दिल में छेद होने के मामले अधिक बढ़ते जा रहे है। लेकिन हमारा प्रयास है कि हर जरूरतमंद बच्चे को उपचार मिल सके।