110 साल बाद कलेसर के जंगल में दिखा बाघ, वन मंत्री ने फेसबुक पर शेयर की तस्वीर, हिमाचल में वन विभाग स्वागत को तैयार
पांवटा साहिब के साथ लगती हरियाणा की सीमा के कलेसर में राष्ट्रीय पशु बाघ (टाइगर) का 1913 के बाद अब दिखा है। जिसको लेकर पांवटा साहिब उपमंडल के वन विभाग के अधिकारी भी मुस्तैद हो गए है।
जानकारी के अनुसार हरियाणा के वन मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने अपने सोशल फेसबुक अकाउंट से फोटो जारी करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय पशु बाघ (टाइगर) का 1913 के बाद अब 2023 में कलेसर नेशनल पार्क में दिखना पूरे प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।
वन एवं वन्य जीव प्राकृतिक धरोहर है। हम सबको इनके संरक्षण के लिए आवश्यक काम करना चाहिए। वहीं वन मंत्री ने कहा कि वनों के लिए और वन्य प्राणियों के लिए हमारी केंद्र और प्रदेश की सरकार लगातार काम कर रही है।
बता दें कि कलेसर नेशनल पार्क से आई बाघ की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है। तो वहीं हरियाणा के लोग वन मंत्री को इसके लिए उनके सोशल अकाउंट पर बधाई देते हुए भी नजर आ रहे हैं। 110 साल बाद राष्ट्रीय पशु बाघ का कलेसर नेशनल पार्क में दिखना अपने आप में एक बहुत ही हर्ष का विषय है।
बाग़ दिखने के बाद पांवटा वन विभाग की टीम ने भी चौकसी बढ़ा दी है क्यों की अगर कलेसर में बाग़ दिखा है तो कलेसर के साथ लगती हिमाचल के पांवटा साहिब सीमा बहराल में भी बाघ के आने आ अंदेशा हो सकता है जिसको लेकर पांवटा साहिब वन विभाग की टीम अलर्ट हो गई है।
इस दौरान डीएफओ पांवटा साहिब ऐश्वर्या राज ने बताया कि पांवटा की के साथ लगती सीमा हरियणा के कलेसर में बाघ के आने की सूचना सोशल मीडिया से उनको मिली हे जिसके बाद उन्होंने वन विभाग की टीम को अलर्ट कर दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोग अफवाओं में ना आये।