Paonta Sahib: बाढ़ प्रभावित सिरमौरी ताल में खालसा एड ने लगाया लंगर! सर्च अभियान में लगे लोगों ग्रामीणों को कराया भोजन
Paonta Sahib: सिक्खों के पहले गुरू श्री नानक देव जी की लंगर की चलाई नेक सेवा को आगे बढ़ाने का काम गुरूद्वारा साहिबों में तो चल ही रहा है, लेकिन कुछ सामाजिक संस्थाएं ऐसी भी है जो गुरूद्वारा साहिब के बाहर आपदाग्रस्त और बाढ़ग्रस्त इलाकों में जाकर भी इस सेवा को बखूबी अंजाम दे रही है। उन्ही में से एक संस्था खालसा एड है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर की यह संस्था अक्सर मुसीबत में फंसे लोंगों की सेवा के दौरान दिखाई देती है। चाहे वो कोरोना का बुरा दौर हो या भयंकर बाढ़ वाले इलाके। इस संस्था के सेवक हर जगह पंहुचकर सेवा करते दिखाई देते हैं। ऐसा ही फिर से पाँवटा साहिब में भी गुरूवार को देखने को मिला।
दरअसल, पाँवटा साहिब के सिरमौरी ताल गांव में बादल फटने की घटना के बाद हालात बेहद खराब है। एरिया को बड़ा भारी नुकसान हुआ है, इसमे जानी नुकसान भी शामिल है।
तबाही के इस मंजर के बीच जब मौके पर मलबे तले घर मे दबे एक परिवार के सर्च ऑपरेशन का काम चल रहा था तो वहां पर आस-पास के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
कुछ अपने रिश्तेदारों व जान पहचान के नाते मौके पर पंहुचे थे तो बहुत से लोग तबाही का मंजर देखने पंहुचे थे, क्योंकि इलाके में ऐसी तबाही शायद ही पहले हुई हो।
संकट और दुख की इस घड़ी में मौके पर डटे प्रशासनिक अमले सहित राहत व बचाव कार्य कर रहे लोगों और अन्य जनता की सेवा के लिए खालसा एड के सदस्य मौके पर खाना और पानी लेकर पंहुचे।
खालसा एड के सदस्य प्रदीप सिंह बंगा, गुरजीत सिंह, चरणजीत सिंह, परविंदर सिंह, परमजीत सिंह बंगा, प्रभविंदर सिंह, जसविंदर सिंह और रौनक सिंह आदि ने राहत कार्य में जुटे लोगों सहित पंहुचे अन्य लोंगों के लिए लंगर की मौके पर ही व्यवस्था की। खालसा एड की आपदा के समय इस सेवा की सभी ने प्रशंसा की।