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जहां एचडीएफसी बैंक की शाखा नहीं, वहां फेल हो रही मिड डे मील योजना

जहां एचडीएफसी बैंक की शाखा नहीं, वहां फेल हो रही मिड डे मील योजना

हिमाचल के कई दुर्गम इलाकों में स्कूलों के खाते में नहीं पड़ी मिड डे मील की ग्रांट

एचडीएफसी बैंक में खाता खोलने के निर्देश जारी होने के बाद से आ रही परेशानी

JPERC
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हिमाचल प्रदेश के कई स्कूलों को मिड-डे मील योजना की ग्रांट नहीं मिल पाई है। इससे प्रारंभिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के खाते में आने वाली राशि का भुगतान नहीं हो पाया है।

प्रदेशभर में स्कूल प्रभारियों को एचडीएफसी बैंक में खाते खोलने के आदेश जारी होने के बाद यह दिक्कत सामने आई है। कई जिलों में स्कूल दुर्गम क्षेत्रों में हैं, जहां एचडीएफसी बैंक की ब्रांच न होने के कारण स्कूलों को खाता खोलने में परेशानी हो रही है।

BKD School
BKD School

हालात ऐसे हैं कि कई जगह शिक्षक स्कूल से 20 से 30 किलोमीटर सफर कर एचडीएफसी बैंक की शाखाओं में खाता खोलने पहुंच रहे हैं। प्रदेश के सभी स्कूलों के बैंक खाते मिड-डे मील से न जुड़ने के कारण भुगतान रुक गया है।

मिड-डे मील योजना के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों को दोपहर का खाना मुहैया करवाया जाता है। कोविड-19 के कारण स्कूलों में मिड-डे मील पकाने और परोसने पर फिलहाल रोक लगाई गई है।

इसके चलते विद्यार्थियों को चावल दिए जा रहे हैं, जबकि दालें और अन्य खाद्य सामग्री तथा पकाने के खर्च के रूप में हर विद्यार्थी के खाते में प्रतिमाह 7 रुपये 45 पैसे डायरेक्ट बेनिफिट योजना के तहत डाले जा रहे हैं। प्रदेश में करीब साढ़े पांच लाख छात्रों को इस योजना का लाभ मिल रहा है।

अगस्त के बाद खाते में नहीं पड़ी राशि

कक्षा एक से पांचवीं कक्षा तक विद्यार्थियों को प्रतिमाह 100 ग्राम चावल, कक्षा छठी से आठवीं तक हर विद्यार्थी को 150 ग्राम चावल दिए जा रहे हैं।

प्रत्येक विद्यार्थी के बैंक खाते में 7 रुपये 45 पैसे जमा करवाए जा रहे हैं। अगस्त के भुगतान के बाद यह राशि विद्यार्थियों के खाते में नहीं आ रही है।

शिक्षा विभाग के अधिकारी मिड-डे मील योजना में छात्रों के खाते में निर्धारित राशि का भुगतान न होने के पीछे निजी बैंक में खाता खोलने के लिए पेश आ रही परेशानी का तर्क दे रहे हैं।

अधिकारी कहते हैं…, जल्द होगा समाधान

इस बारे में प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर के उपनिदेशक संजय कुमार ठाकुर ने कहा कि इस बारे में निदेशालय में बात की जा चुकी है।

स्कूलों के बैंक खाते एचडीएफसी में खोले गए हैं। कई स्कूल दुर्गम क्षेत्रों में हैं, जहां एचडीएफसी की ब्रांच नहीं है। इस कारण छात्रों के बैंक खाते योजना से नहीं जुड़ पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि समस्या के जल्द समाधान का प्रयास किए जा रहे हैं।

Written by Newsghat Desk

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