in

हिमाचल में पूर्व बागवानी निदेशक डा.एचएस बवेजा चार्जशीट, MIDH की सब्सिडी देने में धांधली के आरोप

हिमाचल में पूर्व बागवानी निदेशक डा.एचएस बवेजा चार्जशीट, MIDH की सब्सिडी देने में धांधली के आरोप

हिमाचल प्रदेश में बागवानी विभाग के पूर्व निदेशक डा.एचएस बवेजा को सरकार ने चार्जशीट कर दिया है।

बागवानी सचिव अमिताभ अवस्थी ने डॉ. बवेजा पर MIDH स्कीम के तहत सब्सिडी देने के मामले में धांधलियां बरतने के आरोप में यह कार्रवाई की है। डॉ. बवेजा पर 2016 में जालंधर बेस्ड एग्री फ्रेश कंपनी ने सब्सिडी जारी करने के ए‌वज में कई गंभीर आरोप लगाए थे।

BKD School
BKD School

कंपनी प्रबंधन ने उस दौरान राज्य के मुख्य सचिव, सचिव बागवानी और विजिलेंस को इस बाबत शिकायत पत्र भेजा था और बवेजा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद सचिव बागवानी ने कंपनी के आरोपों की जांच के लिए विजिलेंस को पत्र लिखा। बागवानी विभाग ने भी अपने स्तर पर जांच की।

अब सचिव बागवानी ने एचएस बवेजा को चार्जशीट जारी कर दी है और 10 दिन के भीतर जवाब देने को बोला है। दरअसल एग्री फ्रेश कंपनी ने ठियोग के बलघार में CA स्टोर बना रखा है। 2014-15 में इसका निर्माण कार्य पूरा किया गया। इसके बाद यहां कंपनी ने सेब स्टोर करना शुरू कर दिया।

केंद्र सरकार ने MIDH स्कीम के 16 जनवरी 2017 को सब्सिडी की रकम बागवानी विभाग को दे दी और कंपनी को जारी करने को बोला, लेकिन बागवानी विभाग ने सब्सिडी की रकम कंपनी को नहीं दी गई और बैंक से ट्रांसफर करने के बाद पेमेंट होल्ड करवा दी।

इसके बाद 10 मार्च 2017 को पूर्व कार्यवाहक निदेशक डॉ. एचएस बवेजा की अगुवाई में 15 सदसीय टीम जांच के लिए बलघार में बने CA स्टोर की जॉइंट इंस्पेक्शन की। CA की जॉइंट इंस्पेक्शन के बाद भी कंपनी को सब्सिडी नहीं दी गई। इसके बाद कंपनी प्रबंधन ने पूर्व बागवानी निदेशक से संपर्क कर सब्सिडी जारी करने का आग्रह किया। इस दौरान कंपनी ने पूर्व निदेशक पर लेन-देन के गंभीर आरोप लगाए।

इन नियमों के तहत की कार्रवाई

अब बागवानी सचिव ने पूर्व बागवानी निदेशक के खिलाफ सेंट्रल सिविल सर्विस क्लासिफिकेशन कंट्रोल एंड अपील रुल्स 1965 के रुल 15 के तहत मेमोरेंडम जारी किया है।

नौणी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हैं बवेजा

डॉ. बवेजा मूल रूप से वाईएस परमार उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में प्रोफेसर हैं। इससे पहले वीरभद्र सरकार में बवेजा राज्य के मार्केटिंग बोर्ड में MD भी रह चुके हैं।

उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का बेहद करीबी माना जाता था। बोर्ड में MD रहते हुए ही पूर्व सरकार ने उन्हें बागवानी निदेशक का अतिरिक्त जिम्मा दिया था। वर्तमान में बवेजा डेपुटेशन पर उत्तराखंड में बागवानी निदेशक पद पर कार्यरत हैं।

Written by Newsghat Desk

मैनेजमेंट ऑफ़ हार्ट अटैक विषय पर कॉन्टिनुइंग मेडिकल एजुकेशन प्रोग्राम

5 जुलाई को मनीष ठाकुर के नेतृत्व में पांवटा साहिब पहुंचेगी आप की बदलाव यात्रा